आज सुनिए स्वर-कोकिला लता मंगेशकर से मेरी बातचीत ।
आज लता जी का जन्मदिन है ।
लता जी से मिलने का सौभाग्य प्राप्त हो चुका है मुझे ।
फोन पर उनसे कई बार बातें हुईं हैं ।
इसलिए सोचा कि आज उनसे क़रीब दो वर्ष पहले हुई टेलीफोनिक बातचीत वैसी की वैसी सुनवा दी जाए ।
तो लता जी के जन्मदिन पर आपके लिए रेडियोवाणी का तोहफा ।
लता जी का ऑडियो इंटरव्यू । जिसमें गाने के अलावा बाक़ी मुद्दों पर ज्यादा बातें हुई हैं ।
ध्यान रहे इस बातचीत की अवधि पच्चीस मिनिट के आसपास है । इसलिए उतना समय लेकर ही सुनियेगा । लता जी को जन्मदिन की शुभकामनाएं ।
कल रात जब मैं विविध भारती पर प्रसारण कर रहा था उसी समय खबर आई कि जाने माने पार्श्वगायक महेंद्र कपूर नहीं रहे । उनसे कई बार मुलाक़ात करने का मौक़ा मिला था । ऐसे मृदुभाषी और सहज गायक कम ही हुए हैं । महेंद्र कपूर के योगदान को कम करके नहीं आंका जा सकता । हालांकि मुझे अफ़सोस है कि उन्हें केवल देशभक्ति के खांचे में ही क़ैद कर दिया गया, लेकिन गहराई से सोचें तो महेंद्र कपूर ऐसी एकमात्र आवाज़ हैं जो हमें देशभक्ति गीतों में खूब रूचती है । रेडियोवाणी की ओर से उन्हें सादर श्रद्धांजली । उनके गीतों पर शीघ्र ही विस्तार से चर्चा होगी ।
अब sms के ज़रिए पाईये ताज़ा पोस्ट की जानकारी
14 टिप्पणियां:
सर आपकी आवाज ताजा हो गई.. सच में बहुत बढिया इंटरव्यू है यह..
लता जी को ढेर सारी बधाईयां..
इसकी डाउनलोड कड़ी भी दें, ताकि फुरसत में डाउनलोड कर अपने मोबाइल प्लेयरों में सुन सकें
लता मंगेशकर को जनमदिन मुबारक.
यूनुस भाई बहुत बहुत धन्यवाद लता जी और आपकी आवाज एक साथ सुनकर आनंद आ गया. मैं यह भी कहूँगा कि आपने बड़े ही प्रासंगिक प्रश्न पूछे है. कोशिश कीजिये कि एक और ताज़ी बातचीत हो जाए लताजी से
ye post to radiovani ke ilavaa kahin milney se rahi !!bahut badhiyaa....
पच्चीस मिनिट का इंटरव्यू है तो शायद बड़ी फाइल होगी. कल सुबह फ्री टाइम में डाउन लोड करूंगा. कंटेंट का अंदाजा तो लगाया ही जा सकता है.
महेंद्र कपूर को श्रद्धांजलि. वे उस सुनहरी दौर में अपनी अलग पहचान बनने में कामयाब हुए जब रफी, किशोर, मुकेश, मन्ना दे आदि बड़े दिग्गज छाये हुए थे. उनके कई गीत बेहद शानदार हैं.
लता दीदी को जन्म दिन पर अनंत शुभकामनाएं।
आपने बड़े ही प्रासंगिक प्रश्न पूछे है. कोशिश कीजिये कि एक और ताज़ी बातचीत हो जाए लताजी से
लताजी को जन्मदिन की शुभकामनायें। बडी ही रोचक बातचीत थी, सुनवाने के लिये धन्यवाद! लता जी के इतने शौक है ये जानकर आश्चर्य हुआ।
महेंद्र कपूर जी को श्रद्धांजलि।
भाई,
आज सुबह इसे सुनन शुरू किया था कि काम आन पड़ा और बाजार की दौड़ लगानी पड़ी. अभी इत्मीनान से सुना गया. इस तरह के कारनामे आप ही कर सकते है मित्र.
बहुत बढ़िया.इसका लिखित रूप भी किसी पत्र-पत्रिका में आये.
आज का इतवार बहुत उम्दा और उदात्त रहा.
लता दीदी को "शतम्` जीवेन शरद: "
ये आलेख + प्रविष्टी बहुत ही उम्दा हए हैँ दीदी और आपका स्वर बहुत भाया :-)
है इसे यहाँ प्रस्तुत करने के लिये आपका आभार युनूस भाई
सस्नेह्, सादर,
-लावण्या
आज महभारत टी.वी, सीरीज़ के निर्माण के दौरान स्व. सँगीत दिग्दर्शक राजकमलजी के साथ खडे होकर, दोहे
गाते हुए महेन्द्र कपूर जी की छवि याद आ गई ..मेरे १६ दोहे, श्री बी. आर. चोपडा अँकलजी ने शामिल किये
और महेन्द्र जी जे जिम्हेँ गाया..अब बस, यादेँ रह गईँ :-((
-लावण्या
वाह गुरू, छा गये। रेडियो विविध भारती पर नहीं सुन पाया था। रेडियोवाणी पर पोस्ट करके आपने तो इस चर्चा को कालजयी कर दिया है। अब कभी भी सुना जा सकता है।
कितनी सरल और निरमल आवाज है। शत-शत वन्दन लता जी के चरण कमलों पर।
Sir,
Lataji ki saath interview ke liye bahut dhnyavaad.
-Bhakit
जबरदस्त दिल खुश कर दिया आपने इसे सुनवाकार...
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